
लगभग 30 साल पहले एक नौजवान ने सीकर की गलियों से निकल कर सूरत के भीड़-भाड़ वाले कपड़ा बाज़ार में कदम रखा था। उसने लगभग 20 साल तक टेक्सटाइल इंडस्ट्री में नौकरी की और इसके बाद 2011 में शुरु की अपनी खुद की टेक्सटाइल मैन्युफैक्चरिंग कम्पनी जो आज सूरत की सबसे बड़ी वस्त्र निर्माता कम्पनी बन चुकी है।
हम बात कर रहे हैं टेक्सटाइल किंग अजय अजमेरा की जिनकी सूरत बेस्ड कम्पनी अजमेरा फैशन आज लाखों कपड़ा व्यापारियों की चहेती कम्पनी बन चुकी है और करोड़ों रुपये के टर्नओवर के साथ दुनियाभर के तीस से अधिक देशों में कारोबार कर रही है।
किसी के लिए भी नौकरी छोड़ने का निर्णय लेना आसान नहीं होता, वो भी तब जब आप एक अच्छा ख़ासा करियर बना चुके हों और आपकी सैलरी 2 लाख रु प्रति माह पहुँच चुकी हो। इसपर अजय अजमेरा जी कहते हैं, “नौकरी ने मुझे अनुभव के साथ-साथ बहुत कुछ दिया है जिसके लिये मैं अपने सभी एम्पलॉयर का आभारी हूँ। लेकिन इंडस्ट्री में रहते हुए मैंने अनुभव किया कि यहाँ कि वर्किंग कुछ ऐसी है जिससे छोटे दुकानदार और रिटेलर्स को प्रॉफिट कम हो रहा है। दरअसल, वस्त्र निर्माता ऐसे लोगों को सीधा माल ना देकर सिर्फ बड़े-बड़े होलसेलर और ट्रेडर्स को ही माल देते थे। ये लोग अपना मार्जिन जोड़ कर आगे रिटेलर्स को माल देते थे। लेकिन मेरी सोच थी कि क्यों न छोटे दुकानदारों को भी सीधा फैक्ट्री रेट पर माल उपलब्ध कराया जाए। और इसी सोच को हकीकत बनाने के लिए मैंने अजमेरा फैशन की शुरुआत की।”
आज अजमेरा फैशन टेक्सटाइल इंडस्ट्री का एक बड़ा प्लेयर है लेकिन 2014 में एक ऐसा समय भी आया था जब कम्पनी को भारी नुकसान उठाना पड़ा था और इसके बंद होने तक की नौबत आ गई थी। लेकिन तारीफ़ करनी होगी अजय अजमेरा जी की जिन्होंने विषम परिस्थितियों में भी हिम्मत नहीं हारी और अथक परिश्रम से अजमेरा फैशन को दोबारा खड़ा किया।
कर्मचारियों की बात करें तो मौजूदा समय में अजमेरा फैशन में 400 से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं। जिनमे बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। दरअसल, प्रारंभ से ही कम्पनी महिला सशक्तिकरण को सपोर्ट करती रही है। नौकरी देने के अलावा अजमेरा फैशन ने आर्थिक रूप से कमजोर लगभग 10,000 महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में पूरा सहयोग दिया है जिसके लिए कम्पनी के फाउंडर & सीईओ अजय अजमेरा जी को “चैंपियंस ऑफ़ चेंज अवार्ड” से सम्मानित भी किया गया है।
ऐसी ही एक लाभार्थी श्रीमती रमावती देवी जी का कहना है, “अजमेरा फैशन के लोगों ने हमें घर से ही साड़ियों का बिजनेस करने के लिए प्रेरित किया और हर एक चीज विस्तार से समझाई। बहुत थोड़ी सी पूँजी में माल उपलब्ध करा के बिजनेस शुरू करवाया और पूरी मदद की। आज हम आत्मनिर्भर बन कर बहुत खुश हैं।”
कम समय में अजमेरा फैशन को मिली इस बड़ी सफलता के पीछे कई कारण हैं। रिटेलर्स को डायरेक्टली माल उपलब्ध करनाने के अलावा भी इस मैन्युफैक्चरिंग कम्पनी ने कई ऐसी चीजें की जो इसे भीड़ से अलग खड़ा करती हैं। एक B2B कम्पनी होने के बावजूद अजमेरा फैशन ने सोशल मीडिया मार्केटिंग को अपनी ताकात बनाया और आज विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इसके 5 लाख से अधिक फॉलोवर्स हैं। अकेले अजमेरा फैशन यूट्यूब चैनल (हिंदी) पर लगभग ढाई करोड़ पेज व्यूज हैं। इसके अलावा कम्पनी अपने ग्राहकों को सपोर्ट करने के लिए अलग से एक ऑनलाइन कस्टमर सपोर्ट सेण्टर चलाती है जिससे कपड़ा व्यापारियों को अजमेरा फैशन से माल लेने में काफी सहूलियत मिलती है।
टेक्सटाइल इंडस्ट्री कर हर बड़ा अवार्ड जीत चुकी इस कम्पनी की सफलता पर अजय अजमेरा का कहना है, “इसका श्रेय पूरी टीम को जाता है। जब आप सही सोच के साथ दूसरों की समस्याओं को सुलझाने का प्रयास करते हैं तो ईश्वर भी आपकी मदद करता है। हमने जो भी उपलब्धि हासिल की है उसके लिए हम अजमेरा फैशन से जुड़े हर एक कपड़ा व्यापारी को धन्यवाद देते हैं और अपना आभार प्रकट करते हैं।”
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